लेबल

गुरुवार, 27 जुलाई 2017

सरकार लाती है बाढ़


आदिवासियों पर मुकदमा दर्ज होने से हालात विस्फोटक / आदिवासियों के विरोध से सुरंगी जलाशय का काम रुका


डैम का नहीं, बरसात का पानी चाहिए


बरगी बाँध विस्थापित सत्याग्रह करेंगे


नर्मदा नवनिर्माण सत्याग्रह की पुरजोर शुरुआत


एक और झील तबाह करने पर तुली राजस्थान सरकार


शुक्रवार, 24 मार्च 2017

ढब्बूजी- 2



ढब्बूजी- 1

आज जो लोग अपनी उम्र के 5वें दशक में हैं, उन्हें "धर्मयुग' का "कार्टून कोना' जरुर याद होगा। नहीं, ये कतरन "धर्मयुग" के नहीं है। ("धर्मयुग" और "साप्ताहिक हिन्दुस्तान" के जिन अंकों को मैंने बड़े चाव से सहेज कर रखा था, उन्हें विवाहोपरान्त रद्दी समझा गया- गलती मेरी ही है- हमने सहमति दे दी थी) खैर, दशकों बाद "सहारा समय" ने आबिद सुरती साहब की अमर रचना "ढब्बूजी" की शृँखला को दुबारा प्रकाशित किया था- ये कतरन उसी के हैं।
आशा है, आबिद सुरती साहब को कोई ऐतराज नहीं होगा इन कतरनों के प्रकाशन से... 



काश्मीरा

काश्मीरा शाह की यह तस्वीर "सहारा समय" से हैइस तस्वीर पर पेन्सिल से 'ग्राफ' बनाया था मैंने- तस्वीर को बड़ा करके बनाने के लिए। बेशक रेखाचित्र, पेण्टिंग नहीं।
आज स्कैन करने से पहले रबर-इरेजर से उन लाईनों को मिटा रहा था। सोच रहा था- कहीं फट न जाय... और वही हुआ, सिर के पास तस्वीर थोड़ी-सी फट गयी।
 


वायु सेना "हीरक जयन्ती'


"Adding glamour to the Air Force diamond jubilee celebrations, models stalk the catwalk in the Capital on Friday"
(I.E. Photo)

भारतीय वायु सेना ने अपनी "हीरक जयन्ती' 1992 में मनायी थी
तस्वीर 'इण्डियन एक्सप्रेस' की है।
उन दिनों मैं भी वायु सेना में था और महाराजपुर, ग्वालियर के वायु सेना स्थल में तैनात था।
तस्वीर को मैंने इसलिए संजोकर रखा था कि "कैटवाक" करती "मॉडल" की "खूबसूरती" से ज्यादा मुझे पीछे "मार्च" करते दो "वायुसैनिकों" की "स्मार्टनेस" ज्यादा दमदार लगी थी! ये दरअसल IAF(P)- Indian Air Force Police के जवान हैं 

गुरुवार, 23 मार्च 2017

गंगा प्रदूषणमुक्त



टिहरी बाँध का विकल्प और देश की सुरक्षा



कभी भी ओझल हो सकता है पिण्डारी ग्लेशियर



गंगा, हिमालय और पानी का सवाल




करोड़ों खर्च करके भी गंगा साफ नहीं हो पायी